दूर से मिलीं आँखें 
मुस्कुराहट फैली दिल में
दूर... पास होती गई
आँखों की दूरियाँ नज़दीक |
दिल उछल-सी गई उन आँखों की पोहोंच से 
जब टकरा गई मेरी आँखों की गहराई से 
उछली-सी, मैं शर्मा गई 
दिल मेरा घबरा-सी गई |
ये पल हमेशा मुझे याद रहेगी -
मेरे दिल की धड़कन और तेज़ भागेगी 
जब इस अनोखी पल को मैं याद करूंगी
ये पल, जो मैं कभी नहीं भूलूंगी 
ऐ हमसफ़र ||
A dedication :)
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